लोग उतने ही खुश रहते हैं, जितना वो अपने दिमाग में तय कर लेते हैं - Isha Vidya

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Wednesday, June 20, 2018

लोग उतने ही खुश रहते हैं, जितना वो अपने दिमाग में तय कर लेते हैं

*🌲ज्यादातर लोग उतने ही खुश रहते हैं, जितना वो अपने दिमाग में तय कर लेते हैं। एक बेहतरीन जिंदगी जीने के लिए यह स्वीकार करना भी जरूरी है कि सब कुछ सबको नहीं मिलता।*

*हममें से प्रत्येक एक हीरा है, पर चमकता वही है जो तराशने की हद से गुजरता है। अपने आत्मविश्वास को मजबूत रखो, अगर आप के अंदर आत्मविश्वास की कमी हो जाती है तो ये दुनिया  डरावनी नज़र आती है।*

*स्मरण रखना, भटकने के लिए हजार उपाय हैं, पहुंचने के लिए एक उपाय है। भटकाने वाले करोड़ हैं, पहुंचाने वाला एक है। भटकना चाहो तो कोई अंत नहीं है, जन्मों - जन्मों तक भटकते रहो। वही तुमने किया है, वही तुम अभी भी कर रहे हो। पहुंचना हो तो एक मार्ग है, सत्य का मार्ग।*
*श्री श्री रविशंकरजी*
*"" जय गुरुदेव""*

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