प्रश्न: अनिश्चित होते हुए भी क्या हम उत्साहपूर्ण हो सकते है?
श्री श्री: हां, ज्ञान में तुम अनिश्चितता में भी उत्साहपूर्ण हो सकते हो। प्रायः जो व्यक्ति अनिश्चित है, वे कुछ करने की बजाए केवल बैठे है इंतजार करते है। अनिश्चितता में क्रियशीलता जीवन को खेल बनाती है, एक चुनौती।अनिश्चितता में रहने का अर्थ है समर्पण।
भौतिक संसार के प्रति निश्चितता नीरसता लाती है।
आत्मा के प्रति अनिश्चितता भय पैदा करती है।
भौतिकता के प्रति अनिश्चितता चेतना के प्रति निश्चितता लाती है।
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