अपने मन को बचाएं - 5 - Isha Vidya

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Friday, May 25, 2018

अपने मन को बचाएं - 5

हम hollow and empty (खाली और पोल) ध्यान के द्वारा खाली स्थान का अनुभव करते हैं। यह खाली स्थान ही भगवान है। मैं जानता हूँ कि इस ज्ञान को हज़म करना थोड़ा मुश्किल है। इस खाली स्थान को प्रकाशित करने के लिए हम एक दीपक जलाते हैं। गुरुदेव का चित्र तो एक बहाना मात्र है। इसीलिए सुबह को स्नान के बाद हम पहला कार्य पूजा का ही करते हैं।

रात के अंधकार में तुम्हारे घर का खाली स्थान कमजोर और उदासीन हो जाता है और इसको पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पड़ती है। इसी तरह सूर्यास्त के समय अचानक अंधेरा हो जाने के कारण दिया-अगरबत्ती की जाती है। या आप मंत्रोच्चारण करते हो। हमें चौबीसों घंटे इस खाली स्थान के प्रति सजग होने के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए। इससे आपके जीवन में दुख तो आएगा पर उतनी ही देर रुकेगा जितना पानी के ऊपर खींची गई रेखा। पानी पर खींची गई रेखा कुछ नैनो सेकण्ड्स तक ही टिकती है।

आपका आज का दुख,आपके कर्मों का रोग हैं और आपकी आज की खुशी, आपके कर्मों का स्वास्थ हैं। तो अगर आप कल खुश रहना चाहते हैं तो बस इस क्षण में खुश हो जाएं।

- ऋषि विद्याधर

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