प्रश्न: प्रिय गुरूजी, कभी कभी अहंकार मुझे कुछ करने पर बाध्य करता है, जो आवेशपूर्ण होता है और जिससे बाद में मुझे पछतावा होता है| इस पर कैसे नियंत्रण करूँ?
श्री श्री रवि शंकरजी : अनुभव के द्वारा! आप अपने अहंकार को कब छोड़ पाते हैं? जब वह कष्टदायक हो जाता है| जब आपको बहुत कष्ट हो चुकता है, तब आप कहते हैं, कि ‘बस, बहुत हो गया’ और तब वह अपने आप सहज ही छूट जाता है| या तो ज्ञान से, या कष्ट से, आप अपने छोटे मन से बाहर आ पाते हैं| अगर आपके पास ज्ञान है, और व्यापक दृष्टि है, तब आपको कष्ट के द्वारा जाने की आवश्यकता नहीं है| लेकिन ज्ञान के अभाव में, कष्ट और पीड़ा से आपका काम होगा, और आप उससे बाहर आ जायेंगे|
जय गुरुदेव
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