प्रश्न :- ऐसा क्यों है कि जो लोग इस रास्ते पर नहीं है वे हमें समझते नहीं हैं, और हमारा विरोध करते हैं। मुझे समझ नहीं आता।
श्री श्री : -. उन्हें कहने दो। तो क्या हुआ? उसे स्वीकार लो। कोई फ़र्क नहीं पड़ता। हम ये ज़ोर नहीं देते हैं कि सब हमे अच्छा ही कहें। उनके कहने से तुम नकारात्मक नहीं बन जाते।
तो, दूसरे लोगों की राय का खिलौना मत बनो। कोई कुछ भी कहे, कोई फ़र्क नहीं पड़ता। जब तुम्हारा हृदय साफ़ है, तो जो तुम करोगे वो सही होगा। जो तुम करना चाहते हो, वो सही है तो बस शुरुआत करो।
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