प्रश्न : गुरूजी, क्या ध्यान ही सच को जानने का एक मात्र मार्ग है?
श्री श्री रवि शंकरजी : ध्यान उसी तरह है, जैसे प्यासे को पानी। ध्यान के ज़रिये आंतरिक शांति मिलती है, आत्मा का उत्थान होता है। अगर आप मुझसे पूछेंगे, "क्या पानी प्यास बुझाने का एक मात्र तरीका है"? क्या भूख मिटाने का एक मात्र तरीका खाना है? मुझे क्या कहना चाहिए? हाँ। थकान को दूर करने के लिए क्या सोना ही एक मात्र तरीका है? निस्संदेह।
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